
सिरदर्द या सड़क? कोटा रोड पर “गड्ढा-राज” और हादसों का हॉटस्पॉट बना,मरम्मत के अभाव में गड्ढों में तब्दील हुई सड़क, माल से भरा ट्रक झूला,शहर का कोटा रोड और अजमेर-कोटा बाईपास अब सड़कों का कम और गहरे गड्ढों का ज़्यादा इलाका नज़र आता है। स्थिति इतनी बद से बदतर हो चुकी है कि यह समस्या अब आमजन के लिए केवल असुविधा नहीं, बल्कि ‘दर्द-ए-सर’ और एक नासूर बन चुकी है।
इन रास्तों से गुज़रना अब चुनौती भरा सफर बन गया है। दरअसल पिछले दिनों हुई बारिश व मौजूदा बारिश के बाद, कोटा रोड पर होटल जोधाणा से लेकर चिंताहरण बालाजी तक की सड़क जानलेवा गड्ढों में बदल चुकी है। ये गड्ढे वाहन चालकों और आम लोगों को लगातार परेशानी दे रहे हैं, और यहाँ वाहन पलटने का खतरा हर वक्त बना रहता है। मंगलवार सुबह भी हालात तब और बिगड़ गए जब माल से भरा एक ट्रक यहाँ असंतुलित हो गया। गनीमत रही कि ट्रक पलटने से बच गया और बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस दौरान रास्ते पर लंबा जाम लग गया,बाईपास का भी बुरा हाल,कोटा रोड जैसे ही हालात जोधाणा होटल से लेकर शिव शक्ति होटल के आगे तक बाईपास पर भी बने हुए हैं। यहाँ से गुज़रने वाले बड़े वाहन हिचकोले खाते हुए चलते हैं, और यह क्षेत्र पहले भी कई बार वाहनों के पलटने का गवाह बन चुका है। हालांकि, पूर्व में कोटा रोड के स्थानीय लोगों ने हनुमान नगर थाना पुलिस के सहयोग से गड्ढों को अस्थाई तौर पर भरा था, लेकिन यह प्रयास अस्थाई था। इस वजह से, इस रोड से गुजरने वाले लोग अब रोज़ाना शासन और प्रशासन को कोस रहे हैं, लेकिन उन्हें इस मुसीबत से कोई स्थाi राहत नहीं मिल पा रही है। आखिर इस ‘गड्ढा-राज’ से लोगों को कब मुक्ति मिलेगी।







